अष्‍टावक्र : महागीता—भाग एक – Ashtavakra Mahagita, Vol.1

अष्‍टावक्र : महागीता—भाग एक – Ashtavakra Mahagita, Vol.1

Osho
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समाधि का सूत्र: विश्राम अष्टावक्र कोई दार्शनिक नहीं हैं, और अष्टावक्र कोई विचारक नहीं हैं। अष्टावक्र तो एक संदेशवाहक हैं--चैतन्य के, साक्षी के। शुद्ध साक्षी! सिर्फ देखो! दुख हो दुख को देखो, सुख हो सुख को देखो! दुख के साथ यह मत कहो कि मैं दुख हो गया; सुख के साथ यह मत कहो कि मैं सुख हो गया। दोनों को आने दो, जाने दो। रात आए तो रात देखो, दिन आए तो दिन देखो। रात में मत कहो कि मैं रात हो गया। दिन में मत कहो कि मैं दिन हो गया। रहो अलग-थलग, पार, अतीत, ऊपर, दूर! एक ही बात के साथ तादात्म्य रहे कि मैं द्रष्टा हूं, साक्षी हूं। ओशो
Content Type:
పుస్తకాలు
సంపుటి:
1
భాష:
hindi
పేజీల సంఖ్య:
250
ISBN 10:
8172613687
ISBN 13:
9788172613686
ఫైల్:
PDF, 3.07 MB
IPFS:
CID , CID Blake2b
hindi0
pdf, 3.07 MB
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